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सदी के संपादक राजेंद्र माथुर पर विशेष

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मीडिया, विज्ञापन व सोशल मीडिया की प्रमुख खबरें Sat 07thAugust 2021
इसलिए मैं इसे आधुनिक पत्रकारिता का स्वर्णिम काल कहता हूं: आलोक मेहता

आधुनिक हिंदी पत्रकारिता के दौर पर कुछ भी लिखने के लिए अपने अनुभवों को ही आधार बनाना जरूरी है।

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'जब मैंने छात्रों से राजेंद्र माथुर के बारे में पूछा, तो मेरे लिए यह सदमे से कम नहीं था'
'आज के संपादकों को राजेंद्र माथुर जी से सीखना चाहिए कि संपादक होना क्या होता है'

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प्रजातंत्रीय भारत में समाजवाद क्यों नहीं आ रहा है, इसका उत्तर तो स्पष्ट है। समाज...


राजेंद्र माथुर: संभवत: पत्रकारिता के शीर्ष पुरुष की मृत्यु का कारण भी यही था

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